वामा देवी के प्यारे तुम अश्वसेन के दुलारे
वामा देवी के प्यारे तुम अश्वसेन के दुलारे
वामा देवी के प्यारे तुम अश्वसेन के दुलारे।
ओ पारसनाथ.......
आपके चरणों में हम सब का वंदन है।।
जलती अग्नि से नाग का जोड़ा तुमने बचाया महामंत्र नवकार सुनाकर उनको देव बनाया चिंतामणि वाले स्वामी, प्रभु तुम हो अंतर्यामी
ओ पारसनाथ........
बन जाओ तुम ठाकुर मेरे, मैं सेवक बन जाऊं
सेवक बनकर प्रभु चरणों में, निशदिन शीश झुकाऊं।
जब-जब धरती पर आऊं, तेरा ही शरणा पाऊं।
ओ पारसनाथ......
श्रद्धा सुमनों से जो भी तेरा ध्यान लगाते
उनके संकट क्षणभर में आप ही मिट जाते
श्रद्धा से जो भी ध्याते वो मनवांछित फल पाते
ओ पारसनाथ......
वामा देवी के प्यारे तुम अश्वसेन के दुलारे।
ओ पारसनाथ.......
आपके चरणों में हम सब का वंदन है।।
जलती अग्नि से नाग का जोड़ा तुमने बचाया महामंत्र नवकार सुनाकर उनको देव बनाया चिंतामणि वाले स्वामी, प्रभु तुम हो अंतर्यामी
ओ पारसनाथ........
बन जाओ तुम ठाकुर मेरे, मैं सेवक बन जाऊं
सेवक बनकर प्रभु चरणों में, निशदिन शीश झुकाऊं।
जब-जब धरती पर आऊं, तेरा ही शरणा पाऊं।
ओ पारसनाथ......
श्रद्धा सुमनों से जो भी तेरा ध्यान लगाते
उनके संकट क्षणभर में आप ही मिट जाते
श्रद्धा से जो भी ध्याते वो मनवांछित फल पाते
ओ पारसनाथ......
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